माइग्रेन रोग क्या है " WHAT IS MIGRAINE DISEASE
माईग्रेन
MIGRAINE
माइग्रेन एक स्वस्थ समस्या है जो हमारी दिनचर्या और नियमित जीवन को प्रभावित करती है। माइग्रेन दर्दनाक सिरदर्द का कारण बनता है। जिस से रोजमर्रा की जिंदगी के कई सारे आम पहलू प्रभावित हो सकते है।
हम माइग्रेन के बारे में बात करेंगे इसके लक्षण , कारन , प्रतिबंधन , माइग्रेन से रहत पाने के कुछ प्रमुख उपाय और तरीके के बारे में भी बतायगे जिस से हम माइग्रेन की समस्या को सामन्य जीवन में प्रभावी रूप से प्रतिबंधित कर सकते है।
माइग्रेन के इलाज की जानकारी के साथ हम देखेंगे खान पान , रोजमर्रा की जीवनशैली और सेहत पर कैसे ध्यान दे जिस से हम माइग्रेन को नियंत्रित कर सके माइग्रेन के इस सफर में हम आपके साथ चलेंगे साथ ही जरूरी जानकारी और समर्थन देंगे जिस से आप सिरदर्द की इस जटिल समस्या से लड़ सके और सुखमय जीवन की और बढ़ सके
माइग्रेन रोग क्या है ?
WHAT IS MIGRAINE DISEASE?
क्या आपको या आप के आस पास किसी इनसान को कभी-कभी सिरदर्द की तकलीफ सताती है ? क्या सिरदर्द इतना तेज होता है की पूरा दींन खराब हो जाता है ना ही कोई काम कर सकते है और न ही कही बहार जाने का दिल करता है ? अगर हा तो ये सब माइग्रेन रोग के संकेत हो सकते है
माइग्रेन रोग क्या है इस सवाल का जवाब अधिकाशी लोगो के पास नहीं होता यहाँ तक की कई लोगो को माइग्रेन की समस्या की कोई जानकारी नहीं होती हम इस ब्लॉग में माइग्रेन के रोग पर विस्तार से चर्चा करेंगे ताकि हमें माइग्रेन की सही जानकारी मिल सके।
माइग्रेन एक अजीब सरदर्द की समस्या है जो आते जाते सरदर्द के साथ साथ अन्य समस्या भी हो सकती है। यह सरदर्द इतना तेज होता है की मरीज की नियमित क्रिया और नियमित जीवन पर असर डालती है।
माइग्रेन के लक्षण हर व्यक्ति में अलग अलग हो सकते है ,लेकिन माइग्रेन की समस्या के कुछ सामन्य लक्षण है। जैसे उल्टिया ,तेज सरदर्द ,उदासी की भावना और चिंता, माइग्रेन के कारन भी अलग अलग हो सकते है जैसे हमारी नियमित जीवनशैली ,खानपान की आदते ,आराम की कमी , और तनाव
माइग्रेन की समस्या आज कल की आधुनिक जीवनशैली में काफी सामन्य और आम समस्या बन चुकी है। माइग्रेन की समस्या किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है। माइग्रेन के लक्षणों को कभी भी नजरअंदाज न करे अगर किसी भी व्यक्ति को माइग्रेन की समस्या से पीड़ित होने की आशंका है तो बिना देर किये डॉक्टर की सलाह ले और वक्त रहते सही इलाज करे
याद रखे सही समय पर सही इलाज के चलते हम माइग्रेन की समस्या से निजात पा सकते है और अपने जीवन को खुशहाल बना सकते है।
माइग्रेन के लक्षण और उपाय
MIGRAIN SYMPTOM AND REMEDIES
माइग्रेन एक सरदर्द की असहनीय और चिंता करने वाली समस्या है। जिस से गुजरने वाले लोग बेहद असहमत और परेशान होते है। माइग्रेन का सरदर्द इतना तेज होता है जिस से दिनभर की गतिविधिया प्रभावित हो सकती है। हम इस ब्लॉग में माइग्रेन के लक्षण और उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे जिस से हम सुब इस समस्या को समझ सके वक्त रहते इस समस्या का इलाज कर सके
माइग्रेन के लक्षण
1) सिरिमा दर्द :- सिरीमा सरदर्द माइग्रेन का सबसे प्रमुख लक्षण है। सर के किसी एक हिसे में सरदर्द होता है और आमतौर पर तेजी से बढ़ता है।
2)आखो की समस्या :- कुछ लोगो के साथ माइग्रेन की समस्या शुरू होने के पहले या शुरुआत में आखो के सामने आने वाले विचित्र दौरिया होती है। जैसे जगह जगह पर चमकते दीपक या विचित्र छवि नजर आती है।
3) उल्टिया :- माइग्रेन में उल्टिया की समस्या होती है। जिस से मरीज की स्तिथि दिन ब दिन कमजोर और खराब हो सकती है।
4) धुप और आवाज की संतुलन में कमी :- माइग्रेन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति धुप और ज्यादातर आवाज के साथ प्रतिक्रियात्मक होना आम होता है
5) सरदर्द की अवधी :- माइग्रेन के सरदर्द की अवधी (समय ) हर व्यक्ति में अलग अलग होती है। अक्सर माइग्रेन का सरदर्द चार घंटो से लेकर बहत्तर घंटो तक रहता है।
6) विशेष लक्षण :- कुछ लोगो को माइग्रेन के साथ अलग लक्षण भी हो सकते है। जैसे बातचीत में मुश्किल , आत्म विश्वास में कमी , और आखो के सामने छवियों का प्रकट होना।
माइग्रेन के उपचार
1) दवाई :- माइग्रेन के उपचार के लिए काफी सारी असरदार दवाइया उपलब्ध है। डॉक्टर मरीज की सेहत और समस्या की अच्छे से जांच करके सही जानकारी प्राप्त करते है। और इस जानकरी के आधार पर सही परामर्श और दवाइया का उपचार करेंगे। (बिना डॉक्टर के सलाह से माइग्रेन की कोई भी दवा का सेवन न करे)
2) थेरपी :- माइग्रेन के उपचार में स्वरोपचार जैसी थेरपी उपचार में काफी मदत कर सकती है। यह ध्यान ,शारीरिक व्यायम और स्वस्थ और सेहत के लिए फायदेमंद आदतों का समावेश होता है।
3) जीवनशैली परिवर्तन :- स्वस्थ आहार का नियमित सेवन और स्वस्थ जीवनशैली का पालन माइग्रेन की समस्या को कम करने में मदद कर सकती है।
4) घरेलु उपचार :- कुछ लोग माइग्रेन के लिए घरेलु उपचार जैसे शीतल पैदाओ का इस्तेमाल करते है।
5) औषधी चिकित्सा :- ये प्रमुख माइग्रेन के उपचारो में से एक है। खासकर तब जब दवाओं का प्रतिस्पर्धी नुकसान होता है।
6) तांत्रिक संवाद :- ये एक प्राकृतिक तरीका है जिसमे व्यक्ति को उनके शारीरिक प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया जाता है।
7) चिकित्सीय सलाह :- माइग्रेन के उपचार के लिए हमेशा डॉक्टर की सलाह ले।
माइग्रेन का उपचार मरीज के लक्षण और स्वस्थ की परिस्तिथी के आधार पर किया जाता है। इसी लिए हमेशा माइग्रेन के इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह ले यदि कोई व्यक्ति माइग्रेन से पीड़ित है तो आपको अच्छे से पता होना चाहिए की उपचार संभव है। और आप इस समस्या से निजात पा सकते है।
माइग्रेन से क्या खतरा है
WHAT IS THE
DANGER OF
MIGRAIN
माइग्रेन सरदर्द की चिंतपूर्ण समस्या है। जिस से कई लोग परिचित नहीं होते और परिचित होते हुवे भी उचित ध्यान नहीं देते लेकिन क्या आप जानते है माइग्रेन एक गंभीर स्वस्थ समस्या है और किसी अन्य गंभीर स्वस्थ समस्या का संकेत भी हो सकती है।
1) सरदर्द का अधिक बढ़ना :- माइग्रेन के आकर्षकी सरदर्द का प्रमुख लक्षण होता है जिस के साथ अधिक से अधिक सरदर्द हो सकता है। ये दर्द इतना तेज होता है की व्यक्ति के नियमित और जरूरी गतिविधियों पर असर पड़ता है। और जब ये बार बार होता है तो स्वस्थ पर बुरा बहोत ही बुरा असर पड़ता है।
2) उल्टिया और दुर्बलता:- माइग्रेन की समस्या में उल्टियों के साथ साथ दुर्बलता (कमजोरी) आ सकती है। जिस से मरीज की स्तिथि और खराब होती है।
3) सोमाटिक सरदर्द :- कुछ लोगो को माइग्रेन के इलाज के बावजूद सोमाटिक सरदर्द होता रहता है। जिस कारन व्यक्ति के रोजमर्रा की जिंदगी पर गहरा असर पड़ता है।
4) जीवनशैली में परिवर्तन :- माइग्रेन के साथ साथ सिरीमा दर्द होने के कारन व्यक्ति अपने जीवनशैली में परिवर्तन करने के लिए मजबूर हो जाता है। जिस कारण काम पर प्रभाव , सोने और जागने की गतिविधीया , और स्वस्थ आदतों में कमी आना जैसी समस्या का जीवनशैली का मरीज के जीवन पर गहरा असर पड़ता है।
5) बीमारियों का विकास :- माइग्रेन की समस्या के साथ आने वाला सबसे बड़ा खतरा यही है की अन्य गंभीर बीमारियों के विकास की समभावना बढ़ जाती है।
6) दिल की समस्या :- माइग्रेन और दिल की समस्या के बिच गहरा सम्बन्ध हो सकता है।
माइग्रेन से सम्बन्धित इन सभी खतरों को समझना जरूरी है। यदि कोई माइग्रेन से पीड़ित है उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और डॉक्टर के दिशानिर्देशन का पालन आवश्य करना चाहिए यदि कोई माइग्रेन की समस्या से जूझ रहा है। ऐसी स्तिथी में सही इलाज और सही परामर्श की जरुरत होती है।
माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है ?
DEFICIENCY OF
WHICH VITAMIN
CAUSES MIGRAINE?
ज्यादातर विटामिन की कमी से माइग्रेन नहीं होता है। लेकिन कुछ विशेष विटामिन की कमी से माइग्रेन के लक्षण बढ़ सकते है। इसमें से कुछ महत्वपूर्ण विटामिन्स निम्नलिखित है।
1) विटामिन डी:- विटामिन डी की कमी सरदर्द में इजाफा कर सकता है। विटामिन डी सूर्य किरणों के संपर्क में आने के बिना नहीं बनता इसी लिए जरूरी समय सूर्य किरणों के संपर्क में न आने से इसकी कमी हो सकती है।
2) विटामिन बी2 (रिबोप्लेविन ) :- पिबोप्लेविन की कमी भी माइग्रेन के लक्षणों को बढ़ने में मदत करती है।
3) विटामिन बी (नियासीन) :- नियासीन की कमी भी सिरदर्द को काफी ज्यादा बढ़ने में मदद कर सकती है।
4) फोलेट (फोलिक एसिड ) :- शरीर में फोलेट की कमी भी सिरदर्द को बढ़ा सकती है।
5) मैग्नेशीयम :- मैग्नेशियम की कमी सिरदर्द को बढ़ा सकती है जिस कारन सरदर्द की तकलीफ असहनीय होती है
यदि किसी व्यक्ति को लगता है की विटामिन की कमी के कारन माइग्रेन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है या करना पड़ सकता है ऐसी सूरत में बिना वक्त गवाए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए समय रहते उपचार शुरू करना चाहिए
माइग्रेन की कमी का इलाज सामान्यतः विटामिन या आहार में बदलाव के माध्यम से किया जा सकता है लेकिन इस बात का जरूर ध्यान रखे की ये सब डॉक्टर की देखरेख में ही होना चाहिए।
हमेशा इस बात का ध्यान रखे माइग्रेन की समस्या सही इलाज और सही समय पर समस्या की पहचान हमें माइग्रेन की समस्या से निजात दिला सकते है। यर जानकारी सूत्रों के आधार पर है। समस्या के सतिक निदान के लिए डॉक्टर का मार्गदर्शन अतिआवश्यक है।
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