"टमाटर TOMATO"
टमाटर
TOMATO
हम आज एक ऐसे प्राकृतिक खजाने के बारे में बात करेंगे जो आज की तारिख में किसी असली खजाने से कम नही। जो आज कल हर न्यूज़ चॅनेल और अखबार,की हैडलाइन बना हुआ है। इस खजाने का नाम है टमाटर जो अपने बढ़ते दामों से चर्चाओं में बना हुवा है। टमाटर का इस्तेमाल सड़क किनारे लगे ठेलो से लेकर घर की रसोई तक अलग अलग तरीको से किया जाता है।
"टमाटर" बाकी सब्जियों की तुलना में भारतीय रसोईघरों में एक अहम स्थान और भूमिका निभाता है। टमाटर एक सब्जी है। जिसे काफी सारे व्यंजनों में सजावट के लिए या दूसरी सब्जियों के साथ मिलकर पकाया और स्वाद में बढ़ोतरी के लिए जाना जाना जाता है। टमाटर के स्वाद और सेहत को होने वाले फायदों ने इसे सब्जियों का राजा बना दिया है। टमाटर का इस्तेमाल प्राचीन भारत और पुरानी सभ्यताओं में पाया गया है। इतने प्राचीन समय से टमाटर इंसानी खान पान में इस्तेमाल किया जाता आ रहा है।
ऐसा माना जाता है प्राचीन समय में टमाटर का जन्म स्थान दक्षिण अमेरिका के एंडीज का तट है। धीरे धीरे दक्षिण अमेरिका , और अमेरिका को छोड़कर पुरे दुनिया में पसंद किया जाने लगा टमाटर आज की तारिख में दुनिया के काफी सारे क्षेत्रों में उगाये जाते है साथ ही इसकी कई सारी प्रजातियां भी उपलब्ध हो चुकी है। टमाटर सेहत को काफी सारे लाभ प्रदान करता है जिन के बारे में हम सोच भी नहीं सकते।
इस ब्लॉग में हम टमाटर के रोचक तथ्यों के बारे में जानेगे साथ ही इस से होने वाले फायदे और नुकसान पर एक नजर डालेंगे
लाल टमाटर
RED TOMATO
लाल टमाटर टमाटर की एक प्रजाति है जो अन्य प्रजाति के टमाटरों से काफी सूंदर और सेहत के लिए थोड़ी ज्यादा फायदेमंद है। इसका गहरा लाल रंग और प्राकृतिक गोल आकर इसे आकर्षित बनता है। लाल टमाटर की ख़ासीयत मीठा स्वाद और फल का ज्यादा रसीला होना है जो इसे सबसे पसंदीदा टमाटर बनती है।
लाल टमाटर का उपयोग आमतौर पर अलग अलग प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। लेकिन इसका सबसे लोगप्रिये और प्रसिद्ध उपयोग उच्च कॉलेटी का टमाटर सॉस , पास्ता सॉस , सूप बनाने में होता है। इसके रसीले स्वाद और खुशबू के कारन इसे काफी सारे पकवानो का मुख्या तत्व बनाया जाता है
लाल टमाटर सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। ये एक प्राकृतिक पदार्थ है जो कई रोगो से लड़ने में मदत करता है साथ ही शरीर भी स्वस्थ रखता है। लाल टमाटर में विटामिन्स की प्रखर मात्रा होती है जो इसे अन्य टमाटर की प्रजातियों से बेहतर बनती है
1)विटामिन सी :- लाल टमाटर विटामिन सी का बहेतरीन स्त्रोत है। जो शरीर की रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ता है। विटामिन सी एंटीऑक्सीडेट की क्षमता रखता है जिस कारण फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान से बचने में शरीर की मदत करता है।
2) विटामिन ऐ :- लाल टमाटर में मौजूद विटामिन ऐ की पूरक मात्रा त्वचा के लिए फायदेमंद होती है। ये त्वचा को उजला ,चमकदार बनाने में मदत करता है जिस से त्वचा सूंदर और स्वस्थ दिखाई देती है।
3) पोटासियम :- लाल टमाटर में पोटासियम की ज्यादा मात्रा हृदय की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है साथ ही ये घटक रक्तदाब (ब्लड प्रेशर ) नियंत्रण करने में लाभदायक साबित होता है।
लाल टमाटर ने अपने स्वाद और सेहत के लाभ के कारन अपनी अलग पहचान बना चूका है। हम इसे अपने नियमित आहार में शामिल करके इसके रसभरे स्वाद का आनंद ले सकते है साथ ही इससे स्वास्थवर्धक लाभ प्राप्त कर सकते है
टमाटर खाने के फायदे
BENEFITS OF EATING TOMATOE
1)आंतरिक रोग प्रतिरोधक :- टमाटर में विटामीन ऐ , विटामिन सी , बीटा कैरोटीन का बढ़िय स्रोते है। विटामिन सी ऑक्सिडेट की खासियत रखता है जिस से आंतरिक रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत बनती है।और संक्रमण के समस्या से लड़ने में मदत मिलती है। रोगप्रतिकारक शक्ति में बढ़ोतरी होती है बीमारी से बचाए रखती है साथ ही आखो की रोशनी बढ़ाने में मदत मिलती है '
2)हृदय स्वास्त:- टमाटर में मौजूद पोटासियम की प्रखर मात्रा हृदय स्वस्थ के लिए काफी महत्वपूर्ण है। पोटासियम की मदत से हृदय की क्रिया में सुधर आता है और रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदत मिलती है। इन सभी कारणों के चलते हृदय सम्बन्धी समस्या से बचने में मदत मिलती है
3)वजन घटाने में मदत :- टमाटर कम कैलरी वाला पदार्थ है जो भूक की मात्रा को कम करके वजन कम करने में मदत करता है। टमाटर में फायबर की अच्छी मात्रा होती है जिस से खाना पचाने में मदत मिलती है।
4) त्वचा की देखभाल :- टमाटर में मौजूद विटामिन ऐ , विटामिन सी त्वचा को चमकदार और सूंदर बनाने में मदत करता है। विटामिन सी त्वचा के लिए प्रमुख और महत्वपूर्ण एन्टीऑक्सिडेट है जो त्वचा को जावा बनाय रखने में मदत करता है। विटामिन ऐ और बीटा कैरोटीन रंग को निखारने में मदत करता है साथ ही धुप के कारन हुवे दाग धब्बे कम करता है।
5) आखो की सेहत :- टमाटर में मौजूद विटामिन ऐ की काफी ज्यादा मात्रा आखो के लिए फायदेमंद होती है। विटामिन ऐ के कारन आखो की रोशनी बढ़ती है साथ ही आखो की देखभाल में मदत मिलती है। ये रेटिना के विकास में लाभदायक है साथ ही रेटीनोपैथी के खिलाफ सुरक्षा देता है
6) हड्डीयो के लिए फायदेमंद :- टमाटर में पाए जाने वाले लाइकोपीन नामक पॉवरफुल ऑक्सीडेट होता है जो हडियो को स्वास्थ बनाने में मदत करता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोजीस की समस्या के खिलाफ संरक्षण करता है।
7)बालो की देखभाल :- टमाटर में पाए जाने वाले विटामिन ऐ और बी काम्प्लेक्स के कारन बाल मजबूत चनमकदार और स्वस्थ बनते है। बालो की रोमचीकित्सा और विकास के लिए विटामिन ऐ फायदेमंद है। जबकि विटामिन बी काम्प्लेक्स बालो को मजबूत बनाते है और झडने से रोकते है।
8)कैंसर से बचाव :- लाइकोपीन नामक पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेट होता है जो टमाटर में पाया जाता है। ये एंटीऑक्सीडेट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में मदत करता है। विशेषतः प्रोटेस्ट कैंसर और ब्रेन कैंसर के खिलाफ जंग लड़ने के लिए लाइकोपीन के प्राधीरोदाहक गुण फायदेमंद है।
9)डाईबेटिस :- टमाटर में फायबर और पोटासियम पाए जाते है जो डाइडेटिस के लिए विरोधी गुण रखते है। फायबर के सेवन से शरीर में खाने का ग्लूकोगे धीरे धीरे रीलीज़ होता है जो खून की शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में सहायता करता है। जो डायबटीस के मरीजों की सेहत के लिए काफी लाभदायक होती है।
10)अन्य पोषक तत्व :- टमाटर में मौजूद अन्य जरूरी पोषक तत्वे जैसे बी-काम्प्लेक्स , मैग्नासियम ,फॉस्फोरस ,फोलिक ऐसिड शरीर के सम्पूर्ण विकास और स्वास्थ के लिए महत्वपूर्ण है
इस तरह टमाटर का सेवन करने से विभिन्न स्वस्थवर्धक फायदे होते है जो हमें सेहतमंद और तंदरुस्त रखने में मदत करते है। इसे हम अपने नियमित भोजन में शामिल करके अपने आप को स्वस्स्थ और सुरक्षित रख सकते है।
टमाटर के नुकसान
DISADVANTAGES OF TOMATOS
टमाटर में काफी पोषक तत्व और गुण होते है जो शरीरीेक स्वास्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। लेकिन कई बार टमाटर के अधिक सेवन से नुकसान हो सकता है। आइये हम टमाटर से होने वाले नुकसान पर नजर डालते है
1)गैस और एसिडिटी :- टमाटर में प्राकृतिक रूप से गैस पैदा करने वाले तत्व पाए जाते है जो अम्लपित्त और एसिडिटी की समस्या से जूझ रहे लोगो के लिए परेशानी का कारन बन सकते है। इसीलिए एसिडिटी की समस्या वाले लोग टमाटर का सेवन ज्यादा मात्रा में नहीं करना चाहिए।
2)ऑक्सालेट्स और कैल्शियम अब्सॉर्प्शन :- टमाटर में ऑक्सालेट्स नाम का घटक मौजूद होता है। जो कैल्शियम के अवशोषण का प्रमुख कारन बन सकता है। यदि कोई व्यक्ति कैल्शियम युक्त आहार का सेवन कर रहा है या कैल्शियम सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल कर रहा है तो टमाटर के सेवन को कम करना चाहिए
4)लाइकोपीन की प्रक्रिया:-लायकोपिन नामक गुण टमाटर को लाल रंग देते है लेकिन इसी प्रक्रिया के कारन टमाटर के उपचारी गुण नुकसानदाई बन सकते है।लाइकोपीन के कारन अधिक मात्रा में टमाटर का सेवन कुछ लोगो में खुजली ,त्वचा शुष्कता ,धुप के छाले जैसी समस्या का सामना करा सकता है।
5) पेट में उलझन की समस्या :- टमाटर में कुछ विशेष रूप से यूरीन में भीगने वाले तत्वे पाए जाते है जो सीधे पाचन प्रणाली से लेके किडनी तक की प्रक्रिया को जटिल बनाते है इसके चलते कुछ लोगो को पेट में उलझन या गैस की समस्या हो सकती है साथ ही पथरी और पेशाब में जलन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसी लिए टमाटर का सेवन सीमित मात्रा में करना काफी महत्वपूर्ण है।
6)एलेर्जी :- ये काफी सामान्य समस्या है जो कुछ लोगो में पायी जाती है। जैसे टमाटर के सेवन से त्वचा या फेफड़ो में एलेर्जी की समस्या हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को टमाटर का सेवन करने का बाद ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो तो। तुरंत टमाटर का सेवन पूरीतरह से रोक दे
इसी लिए टमाटर का सेवन करते समय यह जरूरी है की हम इसे संतुलित रुप से करे और सतर्कता रखे यदि टमाटर के सेवन करने के बाद कोई भी परेशानी का सामना करना पड़े तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करे
टमाटर में कोनसे अम्ल पाए जाते है
WHICH ACID IS FOUND IN TOMATO
टमाटर एक विटामिन ,सी ,ऐ ,और विटामिन के।, पोटासियम ,लाइकोपीन ,और अन्यपोषक तत्वे का समृद्ध स्त्रोत है। इसी लिए टमाटर को ना सिर्फ खाना स्वादिष्ट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है बल्कि इससे स्वास्थलाभ भी मिलते है टमाटर के काफी सरे गुणों में से एक गुण टमाटर में पाए जाने वाले अम्ल (ACIDIC) है टमाटर में विटामिन सी और विटामिन के का अच्छा स्रोत पाया जाता है जो इसमें मौजूस अम्ल के कारन स्वाद में खट्टा बनता है साथ ही टमाटर में प्राकृतिक रूप में मौजूद स्थितिवर्धक अम्ल (ASCORBIC ACID )और कुछ घटक इसके खट्टे स्वाद का कारन है।
ओक्सालीक एसिड (OXALIC ACID ) और साइट्रिक एसिड (CITRIC ACID)की उच्च मात्रा वाले पदार्थो का सेवन करने से पथरी की समस्या हो सकती है ये दोनों अम्ल टमाटर में पाए जाते है इसी लिए पथरी की समस्या वाले लोगो के लिए टमाटर सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है
निम्बू में पाय जाने वाला सिट्रिक अम्ल (CITRIC ACID) टमाटर में भी पाया जाता है। सिट्रिक अम्ल टमाटर के खट्टे और मीठे स्वाद का कारण बनता है साथ ही इसमें विटामिन सी की भी सामन्य से ज्यादा मात्रा होती है।
अधिकतर मामलो में टमाटर में मौजूद अम्ल के सेवन से शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। ये अम्ल शरीर में होने वाली विभिन्न प्रक्रिया में मदत करते है जिस से स्वास्थ को सुरक्षित रखने में मदत मिलती है। तंदरुस्त शरीर के लिए टमाटर का सेवन एक बेहतर विकल्प बन सकता है। लेकिन टमाटर के सेवन से अगर हमें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़े तो तुरंत डॉक्टर का परामर्श लेना आवश्यक है।
thank you for suport
ReplyDeletekeep suporting