"पथरी तोड़ने की दवा KIDNEY STONE BREAKING MEDICINE"
पथरी तोड़ने की दवा
KIDNEY STONE BREAKING MEDICINE
पथरी :-
पथरी एक चिकिस्तीय अवस्थ है। जिसे किडनी स्टोन के नाम से भी जाना जाता है। इस अवस्था में गुर्दे में तत्व सामग्री जमा होती रहती है जो धीरे धीरे पत्थर (स्टोन) में तब्दील हो जाती है। यह पत्थर विभीन्न आकर ,रूप और वजन में हो सकते है। जो मूत्रमार्ग को खींच कर या बाधा बन कर विभिन्न तकलीफो का कारन बन सकते है। पथरी एक सामान्य स्वास्थ समस्या है जिस से काफी सारे लोग प्रभावित है और प्रभावित हो सकते है। साथ ही सही समय पर पथरी का इलाज करना जरूरी है।
पथरी गुर्दे में कंकर के जन्म लेने की समस्या है जिसके मुख्या कारन कैल्शियम ,यूरिक एसिड ,और अन्य रासायनिक तत्व गुर्दे में जमा होने के कारन गुर्दे में पथरो का निर्माण होना। शरीर में पानी की कमी भी एक और मुख्या कारन है जो गुर्दे में पथरी के उत्पादन को तेजी से बढ़ा सकती है। यही पानी की कमी तत्व सामग्री को समाप्त होने से रोकती है इसी कारन तत्व सामग्री जम जाती है और पथरी की शकल लेती है।
आहार का प्रभाव पथरी का एक मुख्य कारन है। विशेषतः जिन आहार में अधिक पोषक तत्व का सेवन होता है जंक फ़ूड ,मिठाई , जैसे खाद्य पदार्थ के कारन शरीर में कैल्शियम और यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकते है। जो पथरी के मात्रा को बढ़ा ने में योगदान करता है। इसी के साथ अनियमित जीवनपद्धती ,अनियमित और हानिकारक खानपान , बैठी जीवनशैली भी पथरी की समस्या के उत्पादन में योगदान कर सकती है।
पथरी कितने प्रकार की होती है ?
HOW MANY TYPES OF KIDNEY STONE?
पथरी के विभिन्न प्रकारो की जानकारी होना अतिआवश्यक है क्योकी विभन्न प्रकार की पथरी के इलाज और बचाव के तरीके अलग अलग होते है।
1) कैल्शियम ऑक्सलेट पथरी (CALCIUM OXALATE STIONES):- यह सबसे आम पथरी का प्रकार है। ये कैल्शियम और ऑक्सलेट रासायनिक तत्व के जमाव से उत्पन्न होती है। यह अधिकतः पानी की कमी ,ज्यादा मात्रा में कैल्शियम प्रदान करने वाले आहार और ऑक्सलेट युक्त आहार के सेवन से समस्या उत्पन्न होती है।
2) सिस्टीन पथरी (CYSTINE STONES) :- यह एक दुर्लभ पथरी की समस्या है। ये सिस्टीन नाम के एमिनो एसिड के जमाव के कारन उत्पन्न होती है।
3) यूरिक एसिड पथरी (URIC ACID STONES):-ये पथरी की समस्या उच्च यूरिक एसिड के स्तर के कारन उत्पन्न होती है। शरीर में मौजूद प्यूरीन नमक एमिनो एसिड से बनता है। जिसे किडनी से बाहर निकलने के लिए मूत्रमार्ग के माध्यम से बहार किया जाता है। लेकिन इस प्रक्रिया में यूरिक एसिड की ज्यादा मात्रा के कारन इस पथरी की समस्या जन्म ले सकती है।
4) मैग्नीशियम अमोनियम फॉस्फेट पथरी (MAGNESIUM AMMONIUM PHOSPHAT STONE-STRUITE STONES):- ये पथरी शरीर में जीवाणु संक्रमण के कारण उत्पन्न होती है। जीवाणु संक्रमण के कारन मूत्रमार्ग में अमोनियम ,मैग्नीशियम ,फॉस्फेट रासायनिक तत्व के जमाव के कारन जन्म लेती है।
5) एब्लूमीनरिया पथरी (URIC ACID STONE-CRYSTELINE STONE):- ये पथरी अब्लुमीन और यूरिक एसिड के जमने से बनती है। यह समस्या व्यायाम न करने , मोटापा , गर्भावस्था ,और दुसरे कारणों से हो सकती है।
पथरी की परेशानी और प्रकार का पता लगा ने के लिए चिकित्सीय जॉच करना महत्वपूर्ण है ताकि सही इलाज किया जा सके
पथरी होने के मुख्य कारण
THE MAIN REASON FOR KIDENY STONE
1) पानी की कमी :-पानी की कमी पथरी की समस्या का एक मुख्या कारन शरीर में पानी की कमी होना है। यदि हम अपने शरीर को उचित मात्रा में पानी का सेवन नहीं करायगे तो मूत्रमार्गे में मूत्र संचय प्रक्रिया में समस्या उत्पन्न हो सकती है और इसी समस्या के कारन गुर्दे में पथरी की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। ये संमस्या खासकर गर्मियों में ज्यादा होती जब शरीर से पानी अधिक ,मात्रा में बहार निकलता है।
2)आहार:- खाने की गलत आदते ,उनुचित आहार की पद्धति भी पथरी होने के मुख्या कारन में से एक कारन है। ज्यादा मात्रा में तले हुवे , मसालेदार और मीठे पदार्थो का सेवन गुर्दे में पथरी के उत्पादन में सहायता करता है। इससे यूरिक एसिड ,कैल्शियम और ऑक्सलेट जैसे रासायनिक तत्व मूत्रमार्ग में जमा हो जाते है जो कुछ समय में पथरी की शकल ले लेते है।
3)विशेष तत्व की बढ़ती मात्रा :- शरीर में कैल्शियम ,यूरिक एसिड और ओक्सालेट एसिड जैसे रासायनिक तत्व की बढ़ती मात्रा पथरी के उत्पादन का कारन बन सकती है। ये तत्वे सामग्री मूत्रमार्गे में जमा होती रहती है धीरे धीरे पथरी के शकल में बदल जाती है
4)फॅमिली में पथरी का इतिहास :- यदि फॅमिली में पथरी की समस्या का इतिहास है तो ये एक संदेहस्पद कारन बन सकता है। इस स्तिती में जेनेटिक फैक्टर पथरी बनाने का कारन बन सकते है और इससे पथरी होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
5)शरीर में संक्रमण:- शरीर में हुवे जीवाणु संक्रमण से पथरी की समस्या की शुरुआत हो सकती है। जब शरीर के मूत्रमार्ग में किसी भी प्रकार के संक्रमण से पथरी की समस्या की शुरुआत होने की सम्भावना होती है।
6)अनियमित और अनुचित जीवनशैली:- अनियमित खानपान , नियमित व्यायाम न करना और अनुचित जीवनशैली का पालन करना भी पथरी की समस्या होने का कारन है।
पथरी के लक्षण
SYMPTOM OF KIDENY STONE :-
पथरी के लक्षणों को सही समय पर पहचानना अधिक महत्वपूर्ण है जिस से हम समय रहते पथरी की समस्या को पहचान सके और सही समय पर इसका इलाज कर सके।
1) पेशाब के साथ दर्द और तकलीफ :- ये पाथरी के मुख्या लक्षणों में से एक लक्षण है। पेशाब करते समय दर्द या तकलीफ का एहसास होना। ये दर्द मामूली से तीव्र मात्रा में हो सकता है और इसका अहसास पेशाब करते समय या के पश्चात महसूस होता है।
2) पेशाब करते समय दर्द या जलन :- पथरी के कारन मूत्रमार्ग में जलन, दर्द और तिड़क का सामना करना आम लक्षण है। लेकिन कई बार पेशाब करते समय जलन का सामना करना पड़ सकता है जो कई बार काफी दर्दभरा और असहनीय अहसास होता है
3) पेशाब की संख्या में वृद्धि :- पथरी की परेशानी के कारन मूत्रमार्ग में परेशानी होने से पेशाब जाने की मात्रा में वृद्धि हो सकती है। इस समस्या में मूत्रविसर्जन की प्रक्रिया का पूरा न होना और ज्यादा बार पेशाब को जाना जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
4) पेशाब में रक्त आना :- पथरी के कारन पेशाब में कुछ मात्रा में रक्त के संकेत हो सकते है। ये रक्त के संकेत ज्यादा या कम मात्रा में हो सकते है।
5) अचानक उच्च ब्लड प्रेशर या बुखार की समस्या :- पथरी की समस्या होने पर अचानक से उच्च ब्लड प्रेशर या बुखार की समस्या होती है ये पथरी के उत्पादन का कारन बन सकता है।
6) पेट में दर्द और तनाव :- पेट में दर्द और तनाव की समस्या पथरी की परेशानी की एक सामान्य लक्षण है। ये दर्द पेशाब करते समय या पेशाब करने के बाद होता है।
7) पेशाब का बादलता रंग :- पथरी की समस्या में पेशाब का बदलता रंग भी एक पथरी की समस्या का लक्षण है। पेशाब गहरे पिले या भूरे रंग की आना समस्या का कारन बन सकती है।
यदि इनमे से किसी भी लक्षण की समस्या महसूस होती है तो बिना देरी किये डॉक्टर से सलाह ले और समय रहते उचित इलाज करे। पथरी के संकेत को अनदेखा न करे और समय रहते इस समस्या को ठीक कर सकते इस बात का ध्यान रखे
पथरी तोड़ने की दवा
KIDNEY STONE BREAKING MEDICIN
1)पानी और निम्बू का रस :- नियमित तोर पर निम्बू के रस को पानी में मिलकर पिने से पथरी को तोड़ने में मदत मिल सकती है। निम्बू का रस पथरी को विघटित करने में सहायता करता है और मूत्रमार्ग से निकलने में मदत कर सकता है
2) तुलसी के पत्ते:- तुलसी के पत्ते का रस निकालकर उसे थोड़े से शहद के साथ दिन में 2 से 3 बार सेवन करने से पथरी के लक्षणों में कमी ला सकते है साथ ही ये उपाय पथरी को तोड़ने के लिए किया जा सकता है
3)पानी का अधिक मात्रा में सेवन :-रोजाना कम से कम 9 से 10 गिलास पानी का सेवन पथरी को तोड़ने में मदत कर सकता है। साथ ही यह मूत्रमार्ग की साफसाफाई को बढ़ता है और जमी हुई पथरी को कमजोर करके तोड़ने में सहायता करता है।
4)धनिया के बीज का पाउडर :- पहले धनिया के बीज को सूखा कर उसका पावडर बना ले और इसे नियमितता से पानी में मिलकर सुभे और शाम के समय पिए। धनिया के बीज का पाउडर पथरी तोड़ने में काफी प्रभावी माना जाता है।
5) पालक के पत्ते :- पालक के पत्तो को 4 गिलास पानी में धीमी आंच पर 10 से 15 मिनट तक उबले और ठंडा करके पिए इसे पिने से पथरी को टूटने में मदत मिलती है।
6)ताकती शहद :- एक चम्मच ताकती शहद को गर्म पानी के साथ पिने से पथरी के लक्षण कम हो सकते है।
7) अदरक और निम्बू :- एक चम्मच निम्बू का रास और एक चम्मच अदरक का रस एकसाथ मिलकर पिने से पथरी को तोड़ने में सहायता मिलती है
8)जैतून का तेल:- नाभी पर जैतून के तेल को मलने से पथरी के लक्षण में कमी आती है।
9)वृक्कविकारांतक बस्मी :- वृक्कविकारांतक बस्मी पथरी को तोड़ने में काफी मदतगार होती है लेकिन इसे डॉक्टर के परामर्श बिना ना ले
10) सैबोस्कीमब पाउडर :- ये एक दवाई है जो पथरी के विघटन के लिए काफी लाभदायक है। इसे भी डॉक्टर के सलाह के बिना ना ले।
11)हेपेटोबिन टेबलेट:- हेपेटोबिन की टेबलेट्स भी पथरी के उपचार में सहायता करते है। इसे चिकित्सक की सलाह से सेवन करे
12) गाजर का रस :- गाजर का रस पथरी तोड़ने में सहायता कर सकता है। लेकिन इस के लिए प्रति दींन 2 गिलास गाजर के रस का सेवन करना होगा
यदि किसी को पथरी से जुडी कोई भी चिंता या संदेह हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे। पथरी तोड़ने के लिए विविध दवाओं का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
THANK YOU FOR SUPORTING
ReplyDeleteKEEP SUPORTING