''अनार प्राकृतिक वरदान''
''अनार प्राकृतिक वरदान''
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आप का
अनार वृक्ष सदीयो से मानवता के काम आ रहा है। अनार का फल मानवी जीवन में अलग अलग पकवानो में और अलग अलग सम्प्रदायी और संस्कृतियों में अपना अलग और महत्वपूर्ण स्थान रखता है। अनार को स्वदिष्ट , गुणकारी , और सेहत के लिए लाभकारी मना जाता है। अनार को भारतीय , यूनानी , अरबी और चीन के आयुर्वेद में सदीयो से महत्वपूर्ण और गुणकारी मना जाता है।
अनार में एंटीऑक्सीडेट ,विटामिन ,एन्टी-इंफ्लामेन्ट्री ,एन्टी कैंसर जैसे गुन पाए जाते है जो अनार को दूसरे फलो से अलग बनता है. अनार का नियमित सेवन रक्तदाब को नियंत्रित करने में डाईबेटिस कम करने में इम्युनिटी पावर को मजबूत करने में मदत करता है। अनार सेहत के लिए आश्चर्य जनक रूप से फायदेमंद है इसका नियमित सेवन हमारे शरीर को ताजगी , पोषण , जैसे अनेक गुणों से लाभ पोहचता है।
आज हम इस अद्भुत फल को अपने आहार में शामिल करने से होने वाले फायदो के बारे में चर्चा करेंगे जो हमें इसकी सही जानकारी देगा और हम इस के सेवान से अधिक लाभ उठा पाएंगे
1)विटामिन सी :- अनार में विटामिन सी की सबसे अधिक मात्रा पायी जाती है। जो इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाये रखने में मदत करती है साथं ही साथ संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है।
2) एंटीऑक्सीडेट:- अनार में प्राकृतिक रूप से काफी ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेट पाया जाता है। जो शरीर को रेडिकल्स से बचने में मदत करता है। और रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ने में मदत करता है।
3)हृदय की सेहत :- अनार में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉक्स और पोटासियम हृदय स्वस्थ को ठीक रखने में काफी लाभकारी होते है। जिस से हृदय सम्बन्धी बीमारियों का खतरा कम होता है।
5)कैंसर से लड़ाई :- अनार में पाए जाने वाले एंटीकैंसर गुण और उच्च रक्तबंधन हमें प्रोटेस्ट कैंसर , ब्रेस्ट कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर जैसे कैंसर से लड़ने में मदत करता है जो अपने आप में ही काफी बड़ी बात है।
6)पाचन प्रणाली :- अनार में मौजूद फायबर पाचन प्रक्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदत करता है। साथ ही पेट की समस्या जैसे कब्ज , अपचन को दूर करता है।
7)मानसिक सेहत :- अनार में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट मस्तिक को स्वातंत्र्य रेडिकल से बचता है। साथ ही मानसिक सेहत को सुधरने में मदत करता है।8)शरीर की आपूर्ती में सुधर :- अनार में मौजूद आयरन की मात्रा शरीर की आपूर्ति को सुधरते है जिस से शरीर में एनर्जी मिलती है और अनिमीया की समस्या दूर करने में मदत करता है।
9)पोषक तत्व का संतुलन :- अनार में पाए जाने वाले पोषक तत्वे शरीर के सभी जरूरी और आवश्यक पोषक तत्वे का संतुलन बनाये रखने में मदत करता है साथ ही स्वस्थ्य के विकास में मदत करता है।
10)जोड़ो का स्वास्थ :- अनार में पाए जाने वाले एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व जोड़ो के दर्द कम करने में मदत करते है। साथ ही थाइराइड जैसी समस्या को नियंत्रित करने में मदद करते है।
11)डाईबेटिस :- अनार में पाए जाने वाले गुण डाईबेटिस को कम करने में मदत करते है पर अनार में प्राकृतिक शुगर होती है जिस कारन असंतुलित शुगर का खतरा बना रहता है इसी लिए अनार का सेवन मधुमेह वाले मरीज को डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए
12)त्वचा :- अनार में पाए जाने वाले विटामिन सी , एंटीऑक्सीडेट त्वचा की सुरक्षा करते है। त्वचा को निखारता है ग्लो बढ़ता है साथ ही बढ़ती उम्र के निशानों कम करने में मदत करता है।
1)पेट की समस्या :- अधिक मात्रा में अनार का सेवन करने से पेट दर्द ,दस्त ,एसिडिटी , और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है
2)दातो की समस्या :- अनार में पाए जाने वाले कुछ तत्व की अधिक मात्रा के कारन अनार का अधिक मात्रा में सेवन करने से दांत का दर्द , सेंसिटिविटी , मसूड़ों में सूजन जैसी समस्या का सामना हो सकता है।
हमने इस ब्लॉग में अनार के ऊपर चर्चा की और सम्पूर्ण सखोल जानकारी देने का प्रयास किया इस से होने वाले लाभ नुकसान के ऊपर चर्चा की अनार में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेट ,विटामिन , और खनिज हमारे शरीर के लिए जरूरी और आवश्यक होते है। इसके आलावा अनार में मौजूद फ्यूनीक एसिड आंत्र में मदतकारी बक्टेरिया की मात्रा को बढ़ा ता है और पाचन प्रक्रिया को सुधरने में मदत करता है साथ ही अनार में पाये जानेवाले एंटीऑक्सीडेट और अन्य पोषक तत्व कैंसर , डाईबेटिस , हृदय रोग जैसे बिमारीयो से लड़ने में मदत करता है आशा करता हूँ आपको ये जानकारी पसंद आयी होगी और ये आप के स्वतः के लिए लाभकारी होगी
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