"चटपटा नशा: स्ट्रीट फ़ूड की दुनिया"

              "चटपटा नशा: स्ट्रीट फ़ूड की दुनिया''

  नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप का         

          हमारा देश  विविधताओं  का देश है यहाँ पर हर कदम पर हमें  अलग रंग ,अलग बोली , अलग वेशभूषा ,अलग अलग कल्चर देखने को मिलते है।  भारत की विविधता बस यहाँ तक सीमित नहीं है हमें भारत के आहार पद्धति   में  विविधता देखने को मिलती है जैसे महाराष्ट्रा में मिसल प्रचलित है तो गुजरात में ढोकला , बिहार में  लीठी चोखा  पर ये तो हो गई प्रादेशिक व्यंजनों की बात  आज हम नजर डालेंगे सम्पूर्ण देश में सबसे ज्यादा मात्रा मे खाये  जाने वाले स्ट्रीट फ़ूड के ऊपर जो  हमें होटल्स या ठेलो पर बड़ी सरलता से उपलब्ध हो जाते है और लोग बड़ी व्यापक मात्रा में खाना पसंद करते है. इसी के साथ  उनसे होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में  जानने की कोशिश करेंगे। 


1)दोसा  :- दोसा  दक्षिण भारत की सबसे प्रचलित डिश है जिसे पुरे देश  और  विदेश में खाना पसंद  करते है। इसे चावल ,उड़द दाल की मदत से बनाया जाता है। दोसा सम्बर और नारियल की चटनी के साथ सर्व किया जाता है  दोसा  घर की रसोई से लेकर रोड साइड में लगने वाले ठेलो तक हर जगह सरलता से बनाया और बेचा जाता है.दोसे में प्रोटीन ,फायबर ,और विटामिन्स जैसे पोषक तत्वे पाए जाते है। जो सेहत के लिए  लाभकारी है। लेकिन इसमें ज्यादा मात्रा में कैलरी ,कार्बोहयड्रेड होते है इसी लिए दोसे का सेवन संतुलित मात्रा में करना ही लाभकारी  है।  

2)पानी पूरी :-पानी पूरी कई नाम से जानी जाती है जैसे गोल गप्पे ,पानी के बतासे.  पानी पूरी करोडो लोगो की पसंदीदा स्ट्रीट फ़ूड मणि गयी है पानी पूरी  एक चाट व्यंजन है। जिसमे आटे से बनी करारी पूरियो में तीखा पानी , इमली, पुदीने,धनिया की खट्टी मीठी चटनी  से भरा और परोसा जाता है  साथ ही ऊपर से सेव प्याज टमाटर को बारीक काट कर भरी हुई पानी पूरी को सजाया जाता है। पानी पूरी खाने का मजा ही कुछ अलग है। पानी पूरी हमें सम्पूर्ण भारत में आसानी से प्राप्त होने वाली  स्ट्रीट  फ़ूड है। पानी पुरी प्रोटीन और फायबर से भरपूर होती है और पाचन क्रिया को सुलभ बनाने में सहायता करती है लेकिन पानी पूरी में कैलरी की मात्रा अधिक होती है. इसी लिए पानी पूरी उचित मात्रा में ही खाये और साफ़ सैफई देख कर ही पानी पुरी  खरीदे 

3)पाँव भाजी :-पाव भाजी महाराष्ट्र की फेमस स्ट्रीट फूड्स में से एक है। जिसमे आलू ,गोबी ,मटर ,जैसी कुछ सब्जियों अच्छे से पका कर उन्हें आपस में मिलाने के बाद घोटा  जाता है बादमे इस मिश्रण को मसाले का तड़का देकर पाव (ब्रेड ) के साथ परोसा जाता है। पाव भाजी में सब्जिया होने  के कारन हमें प्रोटीन ,विटामिन  की अच्छी मात्रा मिलती है लेकिन इसमें तेल और बटर की अधिक मात्रा हो सकती है जो सेहत के लिए परेशानी का कारन बन सकती है 

4)वाडा पाव:-  पाव भाजी की तरह ही वड़ा पाव  एक महाराष्ट्रियन स्ट्रीट फ़ूड है जो पुरे महाराष्ट्र में व्यापक रूप में पसंद किया और खाया जाता है। आलू की चटनी का गोला बनाकर उसे फेटे हुवे बेसन से कोट कर के डीप फ्राई किया जाता है और उसे पाव के साथ सर्वे किया जाता है। वाडा पाव  संतुलित मात्रा में खाना सेहत के लिए लाभकारी है।  इसे अधिक मात्रा में खाने से कोलेस्ट्रॉल , कैलोरी का लेवल बढ़ सकता है 

4)कचौड़ी :- कचौड़ी राजस्थान की सबसे प्रचलित डिश  में से से एक है। परंतु यह पुरे भारत में पसंद की जाने वाली  स्ट्रीट  फ़ूड बन चूका है।  कचौड़ी आटे की गोल पुरिया होती है जिसमे आलू , मूग दाल ,चटपटी चटनी ,दही ,इमली पुदीने की चटनी   डाल कर परोसा जाता है।  कचौड़ी में फायबर ,प्रोटीन ,विटामिन  होते है पर कचौड़ी तेल में डीप फ़्राय  की जाती है जो अधिक मात्रा में कैलरी प्रदान कर सकती है। 

5)चाट :- भारत में चाट व्यंजन में पानी प्यूरी के बाद सबसे अधिक मात्रा में खाय जाने वाला पदार्थ चाट है। चाट सम्पूर्ण भारत में पसंद की जाती है। चाट स्वादिष्ट स्ट्रिट फ़ूड है  जिसमे चना ,आलू , धनिया और पुदीने की चटनी ,दही ,और स्वाद बढ़ाने के लिए कुछ प्राकृतिक मसाले इन सब को अच्छे से मिलाकर ऊपर से दही या इमली की चटनी से सजा कर सर्व  किया जाता है। चाट  फायबर ,प्रोटीन ,विटामिन्स ,मिनरल्स जैसे तत्वों से भरपूर होती है।  लेकिन चाट को संतुलित मात्रा में खाना ही समझदारी है। और चाट खरीदने से पहले स्वछता का ध्यान रखे। 

6)तंदूरी  चिकन :- तंदूरी चिकेन एक पॉपुलर नॉन वेज डिश है जिस   चिकन को स्पाइसी मसलो में अच्छे से मैरीनेट कर के तंदूर में पकाया  और भूना जाता है। हम सभी जानते है चिकेन प्रोटीन, विटामिन , और मिनरल्स  का बढ़िया स्त्रोत है लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है इसी लिए चीकन से बने  स्ट्रीट फ़ूड उचित मात्रा में खाने चाहिए। 


7)बिरयानी :- अगर नॉन वेग स्ट्रीट फ़ूड की बात हो और बिरयानी का नाम न आये ऐसा हो ही नहीं सकता बिरयानी दुनिया भर में पसंद की जाती है ये कहना गलत नहीं होगा की बिरयानी  नॉन वेज खाने वाले लोगो के दिलो में अपनी अलग जगह बना चुकी है.

 बिरयानी बनाने के लिए पके हुवे चावल की लेयर पर पका हुवा चिकन और मसलो की लेयर दी जाती है इस प्रोसेस को दो या तीन बार किया जाता है। बाद में इसे धक् कर कुछ देर के लिए भाप में पकने दिया जाता है

 इस प्रोसेस को आम बोल चाल में दम बोलते  है शायद इसी लिए बिरयानी को काफी क्षेत्रों में दम बिरयानी भी कहा  जाता है।  बिरयानी को उचित मात्रा में खाना ही सही है क्यों की बिरयानी में काफी ज्यादा मात्रा में फैट, कोलेस्ट्रॉल , और कैलरी पाई जाती है जो सीधे सीधे वजन बढ़ाने का कार्य करती है।  

8)समोसा :- समोसा एक फेमस भारतीय स्ट्रीट फ़ूड है जो मैदे की लम्बी रोटी को त्रिकोण में मोड़ कर उसे आलू की चटनी और मसलो  से भरा जाता है और तब तक फ्राई किया जायागा  जब तक समोसा लाल या सुनहरा और कुरकुरा ना हो जाये  .समोसे में प्रोटीन फायबर ,विटामिन्स , मिनरल्स पाए जाते है परन्तु समोसा काफी समय तक तेल में ताला  जाता है जिस से समोसा अधिक मात्रा में कैलरी प्रदान करता है। समोसा उचित मात्रा में खाना ही सेहत के लिए ठीक है। 

9)छोले भठूरे :- छोले भठूरे पंजाबी स्ट्रीट फ़ूड है जो आप को रोड पर लगे ठेलो से लेकर फाइव स्टार होटल तक एहम डिश के रूप में मिलेंगे छोले भठूरे लोगो के दिलो में अपनी अलग जगह बना चुका  है। छोले की करी के साथ गरमागरम भठूरे को सर्व  किया जाता है।  छोले भठूरे प्रोटीन ,फायबर , मिनरल्स , विटामिन प्रदान करता है। पर भटूरो में अधिक मात्रा में कैलरी होती है। जो सेहत के लिए अच्छी नहीं होती 

10)दही वडा :- दही वड़े  बनाने के लिए मैदे के छोटे छोटे गोले बनाये जाते है  जिन्हे दही , इमली की चटनी, चाटमसाला  ,और अन्य  मसलो से सजाया अथवा स्वादिस्ट बनाया जाता हैं।और सर्व किया जाता है। दही वडा  में  प्रोटीन ,फायबर ,विटामिन्स ,और मिनरल्स पाए जाते है जो सेहत के लिए लाभकारी है। लेकिन वडे  तेल में तले  हुवे होते है जिस कारन इसमें कैलरी की मात्रा अधिक होती है। दही वड़े  को संतुलित  मात्रा में खाने से स्वस्थ पर कोई नेगेटिव असर नहीं पड़ता। 

11)ढोकला :- ढोकला गुजराती डिश है पर अब ये भारत के कई राज्यों में बड़ी चावे से खाया जाता है। इसे बेसन के आटे से बनाया जाता है। यह स्वादिष्ट और हल्का नाश्ता होता है जिसे लोग सुबह सुबह ब्रेक फ़ास्ट में खाना पसंद करते है। ढोकले में प्रोटीन ,फायबर ,विटामिन्स , मिनरल्स  होते  है  जो सेहत के लिए महत्वपूर्ण होते है।   और ढोकले में  कैलरी की मात्रा काफी ज्यादा होते है। जो सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। 


स्ट्रीट फ़ूड खाने से होने वाले  कुछ संभावित फायदे   

स्ट्रीट फ़ूड में अदरक ,लहसून ,मसलो  की भरपूर मात्रा होने के कारन इन सभी व्यंजनों में  ऑक्सिडेंट्स की अधिक मात्रा  होने की संभावना होती है जो पाचन प्रणाली को सुधरने में मदत करती है। 

कुछ स्ट्रीट फ़ूड  के व्यंजनों में प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है ,जो  सेहत के लिए महत्वपूर्ण है। 

कुछ व्यंजनों में फायबर की अच्छी मात्रा होने की सम्भावना होती है। जो लम्बे समय तक भूक का एहसास नहीं होने देता और  पाचन का बेहतर बनाने में सहायता करता है। 

इन में से कुछ व्यंजनों में मिनरल्स , विटामिन ,काफी अच्छी मात्रा में पाए जाते है जो सेहत के लिए आवश्यक होते है। 

स्ट्रीट फ़ूड खाने के कुछ संभावित नुकसान 

स्ट्रीट फ़ूड  में उपयोग किये जाने वाले  तेल का सेवन अधिक मात्रा में किया जाये तो  शरीर में कैलरी की मात्रा बढ़ सकती है और  इस कारन मोटापे की समस्या का खतरा बढ़ सकता है  इसी लिए स्ट्रीड फुड खाते समय खाने की मात्रा और साफ़ सफाई का ध्यान रखे। 

कुछ व्यंजनों में मसले और नमक की मात्रा अधिक होती है  जिस से असिडिटी और अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन जैसी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है। 

काफी सरे व्यंजन में मैदे की मात्रा अधिक होती है जो प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट्स के कारन ज्यादा कैलरी का कारन बनता है  जो स्वस्थ पर नकारात्मक असर डालता है। 

आशा करता हूँ आप को इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आयी होगी। और आप के स्वास्थ  के लिए लाभकारी होगी।   

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