पलाक एक हरी वनस्पति

 पलाक  एक हरी वनस्पति


 नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप का

      पालक भारतीय पकवानो का एक महत्वपूर्ण घटक है   ,पलाक  एक हरी वनस्पति है  मतलब पालक के पत्ते से लेकर डंडी तक का भाग हरा होता है इसी लिए पालक को एक हरी वनस्पति सम्बोधित किया  जाता है।इसी कारन हमें पालक से  काफी सरे फायदे मिलते है। पालक के पत्तो में महत्वपूर्ण  तत्व पाए जाते है।  जैसे आयरन ,कैल्शियम ,विटामिन्स ,और एन्टीऑक्ससाइड पालक का नियमित सेवन सेहत  के लिए   काफी फायदेमंद है।  पालक का वैज्ञानिक नाम spilacia oleracea है। पालक मतलब योग्य संतुलित पोषणभरा भोजन पालक में अलग  अलग आयुर्वेदिक  औषधिय गुण है जिसके बारे में हम  जानेगे।


1)हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाना:- पालक आयरन और फोलेट का एक उच्च अच्छा स्रोते  है  आयरन और फोलेट  खून में  हीमोग्लोबीन की मात्रा को बढ़ा कर अनेमिया (खून की कमी ) नाम की बीमारी से हमारी रक्षा करता है 

2)संक्रमण  प्रतिरोधक क्षमता :-पालक में पाए जाने वाले विटामिन सी और विटामिन ए जो  संक्रमण प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ने में मदत करते है। 

3)हृदय  रोग :- पालक में नायट्रिक्स  और पोटासियम जैसे तत्वे  मौजूद है जो हृदयरोग  पर प्रभावी है। ये रक्तदाब को नियंत्रित करने  के साथ साथ  हृदय की क्षमता बढ़ने में मदत करता है। 

4)पाचनतंत्र  में सुधर :-पालक में पाए जाने वाले विटामिन ए विटामिन के  पायेजाते है  जो पाचनतंत्र  को  सुधरने का  काम करते है।  जिस कारन  पाचन  सम्बन्धी समस्या मुक्त रहे  सकते है।

5)आयुष्यवर्धक तत्व:- पालक  में  प्रचीन आयुर्वेदिक साहित्य नुसार विटामिन ए , विटामिन सी , विटामिन के , विटामिन ई , बी  काम्प्लेक्स  , एमिनो असीड , आयरन , कैल्शियम , मैग्नीशियम और वनस्पति तत्व  की  अच्छी  मात्रा होती है।  पालक के नियमित सेवन से इन सभी तत्वो की कमी पूरी की जा सकती है।

6) डाईबेटिस:- पालक में उपस्तित फायबर  ,मिनरल्स  जैसे  कैल्शियम ,मॅग्नेशियम डाईबेटिस को नियंत्रित करते है। 


7)आखो की  सुरक्षा:- विटामिन ए  और लूटीन आखो के लिए उत्कृष्ट प्रतिकारक है जिन से आखो की रक्षा होती है  और आखो के स्वतः को नियंत्रित रखते है। 

8)हाइड्रेशन स्रोते :- पालक के पत्तो में बड़े पैमाने पर पानी और पोषक तत्वे हाइड्रेशन को मदत करते है।


9)मस्तिक क्षमता :- पालक में मौजूद नैट्रिक्स  जो मस्तिक के स्वस्त में मदत करते है। नैट्रिक्स  तत्वे जैसे पोटासियम ,कैल्शियम ,विटामिन के ,और लेथिंक्स है जो दिमागी स्वस्थ को संतुलित रखते है और  क्षमता को बढ़ता है।  

10)हड्डियों का स्वस्थ :- पालक में मौजूद कैल्शियम ,मैग्नासियम ,विटामिन के , हड्डियों का स्वस्थ बढ़ाते है  और कमजोर हुई  हड्डियों का संरक्षण करता है। 

11)त्वचा में चमक ;- पालक में पाए जाने वाले विटामिन ए और विटामिन  के  त्वचा के स्वास्त में  मदत करता है त्वचा की चमक ,  निखार बढाकर दाग घब्बे कम करता है 

12)वजन कम करना :- पालक में मौजूद फायबर वजन को कम करने में सहायता करता है। 

13)बालक के विकास में मदत :-विटामिन ए , विटामिन सी , विटामिन के , विटामिन इ , बी-काम्प्लेक्स।, एमिनो एसिड ,आयरन, कैल्शियम ,मैग्नासियम  और वनस्पति तत्व बालको के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।

14)सैयमी भोजन :- पालक  विटामिन ,मिनरल्स ,आयरन ,और फायबर अत्यंत सयामी होते है जिस से पालक के सेवन से हमारे स्वस्थ को उत्कृष्ट लाभ मिलता है।


  पालक के सेवन से होने वाले कुछ नुकसान 

1)ऑक्सेलिक एसीड का संक्रमण :- पालक में  ऑक्सेलिक एसिड अधिक मात्रा में पाए जाते है इसकी अधिक मात्रा किडनी स्टोन को बढ़ा सकती है यदि कोई व्यक्ति किडनी स्टोन से पीड़ित है तो उसे पालक का सेवन सीमित  प्रमाण में करने की आवश्यकता है।    

2)विटामिन  ए :-  पालक का सेवन अधिक मात्रा में करने से विटामिन ए की कमी हो सकती है  जो  आगे चलके एक चिंता का विषय बनता है।

हमने पालक के बारे में जाना पालक के कुछ नुकसान और कै सारे फायदों के बारे में इस आर्टिकल के द्वारा बात की  पालक हमारी त्वचा, आखे, के लिए फायदेमंद है साथ ही डाईबेटिस  , हृदयरोग ,रक्त की कमी जैसे अनेक बीमारियों पर फायदेमंद है  . आशा करता हूँ आप को इस आर्टिकल की जानकारी पसंद आयी होगी। और आप के स्वस्त के लिए लाभकारी होगी।   

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