मेथी एक अमृतुल्या औषधि
मेथी एक अमृतुल्या औषधि नमस्कार दोस्तो स्वागत है आप का
आज हम जानेंगे मेथी (fenugreek) के गुणकारी फायदे और मेथी का आयुर्वेद में क्या स्थान है।और साथ में मेथी किन बीमारियों के लिए जरूरी है। मेथी 1 पौधा है जिसके बीज और पत्तियों का इस्तेमाल व्यापक रूप से भोजन में और आयुर्वेदींक औषधी में किया जाता है मेथी का पौधा भारत पश्चिम एशिया और मिश्र में उच्च औषधीय अहमियत और मूल्य वाले पौधों में शुमार है। इसी कारण मेथी को विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिया इस्तेमाल किया जाता है।
आयुर्वेद में मेथी को मेदोहर (वजन घटाने वाली), दीपन (पाचन बढ़ाने वाली), पाचक (पाचन शक्ति को बढ़ाने वाली), वृष्य (वीर्य को बढ़ाने वाली), बल्य (शरीर की ताकत बढ़ाने वाली), द्रवीकरण (शरीर में ताजगी और ऊर्जा को बढ़ाने वाली) आदि गुन से भरपूर माना है जाता है। मेथी में विटामिन A विटामिन विटामिन C विटामिन k कैरोटिन फॉसफरस कैल्शियम आयरन प्रोटीन लुटिन, थायमिन, नियासिन, और रिबोफ्लेविन जैसे पोषक तत्व ज्यादा मात्रा में मौजूद है। और साथ ही एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी, और एंटीडाइबेटिक जैसे विशेषताओं से परिपूर्ण है इन्ही विशेषताओं के दम पर मेथी को कुदरती औषधि कहा जाता है
1]मेथी में मौजूद फायबर और हाइपोग्लिसमिक खूबी या गुण डाईबेटिस के लक्षण को कम करने में मदत करते है। हर रोज मेथी के बीजो का सेवन करने से डाईबेटिस (सुगर ) के सामान्य लक्षणों में कमी पायी जाती है।
2 ] मेथी में जल्दी घुलने वाला फायबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्थर को सही रखता है। यह हृदय रोग और उच्च रक्तदाब के खतरे को कम करता है।
3] मेथी पाचन क्रिया को बेहतर बनता है। साथ ही अवशोषण की गति को तेज कर देता है। जिस कारन वजन घटने में मदत मिलती है। मेथी के बीजो की चाय बनाकर या बीजो को भिगोकर उस के पानी का सेवन करे।
4मेथी पाचन तंत्र को सुधर कर कब्ज जैसी समस्या से छुटकारा पाने में सहायता करती है। मेथी के बीजो की चाय बनाकर या बीजो को भिगोकर उस के पानी का सेवन करे। 5]मेथी के अंदर एंटी एम्प्लीमेंटरी नमक घटक होता है। जो गठिया जैसी समस्याओ में दर्द और सूजन कम करने में मदत करता है।मेथी के बीजो को गरम तेल में अच्छे से भून कर दर्द हो रही जगहे पर लगाने से सूजन और दर्द में रहत मिलती है।
6] मेथी त्वचा के लिए फायदेमंद है. मेथी में मौजूद विटामिन C और एन्टीऑक्साईड त्वचा को ताजगी और चमक देते है साथ ही मेथी के बीजो का फेस पैक बना कर इस्तेमाल करने से त्वचा में निखार आता है। और त्वचा सम्बन्धी समस्या काम करता है।
7] मेथी मेके बीजो में उपस्थित वासिकोल श्वशन सम्बन्धी रोग जैसे ब्रोंकाइटिस ,दमा ,और अन्य प्रकार के श्वाश सम्बन्धी रोग को कम करने में मदत करती है
8] मेथी कुदरती तरीकेसे गर्भाअवस्था को समर्थन करती है. इस के साथ ही मेथी का सेवन स्तनपान को बढ़ता है। और मेथी का सेवन गर्भाशय को मजबूत करता है। और गर्भधारण क्षमता को बढ़ाता है।
9] मेथी में विटामिन A , विटामिन D ,प्रोटीन , एमिनोएसिड जैसे शक्ती वर्धक तत्व होने के कारन यह शरीर को ताकत ऊर्जा प्रदान करती है। और कमजोरी दूर करती है।
10]मेथी बालो को स्वस्त बने रह ने में मदत करती है। मेथी बलो को मजबूत घाना और चमकदार बनती है। बालो को ग्रे होने से रोकती है और बालो का झड़ना कम करती है। मेथी को पीस कर स्कैल्प पर लगाए और थोड़ी देर बाद धो ले मेथी का यह इस्तेमाल बालो के स्वास्त में बहोत गुणकारी और लाभकारी है।
मेथी एक आयुर्वेदिक वनस्पति है। मेथी को कुछ किताबो में और आयुर्वेदा में जड़ी बूटी भी कहा जाता है है। यह शानदार वनस्पति हमारे रसोई में आसानी से उपलब्ध होती है इसी लिए हमें अनेक प्रकारके स्वादिष्ट और पोषक व्यंजन वो भी मेथी से बने हुवे सरलता से प्राप्त होते है जैसे मेथी के पराठे , मेथी के लड्डू , आदि। तो अगर आप अपने स्वास्थ को सुधारना चाहते हो तो मेथी को आहार में शामिल करे लेकिन इस के साथ सावधानी बरते यदि आप किसी विशेष बीमारी या स्थिति से पीड़ित है तो अपने डॉक्टर से सलह और परामर्श जरूर ले मेथी का स्थान आयुर्वेद में प्रमुख और महत्वपूर्ण है। विशेष गुण और फायदों के कारन इसी लिए मेथी के फायदों को जान कर और इसका अपने खानपान में उपयोग कर के हम अपने स्वास्थ को और बेहतर बना सकते है.



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