'' BENEFITS OF GREEN TEA , ग्रीन टी के फायदे''
BENEFITS OF GREEN TEA
ग्रीन टी के फायदे
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ग्रीन टी जिसे हरी चाय के नाम से भी जाना जाता है। ग्रीन टी केमेलिया सिनेसिस पौधों से प्राप्त की जाती है। ग्रीन टी स्वास्थ को देने वाले फायदों से पूरी दुनिया में मशहूर है। ग्रीन टी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेट्स पाए जाते है जिन्हे कैटेकीन नाम से भी जाना जाता है जो सेहत को व्यापक लाभ प्रदान करता है।
ग्रीन टी के सेवन से अनेक फायदे होते है। जैसे मेटाबोलिजम में सुधार ,वजन नियंत्रण और प्रतिबंध में मदत मिलती है साथ ही हृदय स्वास्थ को बढ़ावा मिळता है और मस्तिक कार्य को बेहतर बनाती है। ग्रीन टी का नियमित सेवन कैंसर{कैंसर के कुछ प्रकार } के खतरों को कम करने में मदत करती है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेकीन, पॉवरफुल आयरन एंटीऑक्सीडेट्स और विटामिन सी कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से सुरक्षा करती है साथ ही कैंसर के मरीज में कैंसर के लक्षण को कम करने में मदत करती है।
जो अपने आप में एक बड़ी बात है। ग्रीन टी में बड़ी मात्रा में ऐल थिएनीन नामक अमीनो एसिड पाया जाता है जो शांति प्रदान करता है। तनाव के स्तर को कम करके मानसिक इच्छा स्वास्थ को सुनिश्चित करने में मदत करता है।
BENEFITS OF GREEN TEA
ग्रीन टी से होने वाले फायदे
ग्रीन टी एक प्राचीन प्राकृतिक चाय है जो सदीयो से मानवता के स्वास्थ लाभों के लिए इस्तेमाल की जा रही है यह चाय स्वाद के साथ साथ ऊर्जा ,पोषक्तत्व ,एंटीऑक्सीडेट जैसे कई सारे शारीरिक लाभ प्रदान करती है तो चलिए ग्रीन टी के सेवन से होने वाले फायदों पर एक नजर डालते है।
1) मधुमेह नियंत्रण :- ग्रीन टी के नियमित सेवन से खून में मौजूद शर्करा (शुगर) का स्तर संतुलित रहता है यह गुण मधुमेह (डाईबेटिस) के मरीज के लिए काफी फायदेमंद साबीत होता है। इसके अलावा ग्रीन टी में इस्तेमाल किये जाने वाले कच्चे पत्ते इन्सुलीन के स्तर को नियत्रित करने में काफी ज्यादा फायदेमंद होते है। जो खून की शर्करा को नियंत्रीत कर के डाईबेटिस के खतरे को कम करता है।
हृदय स्वास्थ :- ग्रीन टी में प्राकृतिक एन्टीऑक्सिडेट मौजूद होते है जो हृदय को स्वास्थ रखने में मदत करता है इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी ,विटामिन इ ,और विटामिन बी, शरीर में रक्त वाहिनियों को मजबूती प्रदान करते है। साथ ही रक्त प्रवाह सुलभ बनता है जिस से हृदय से सम्बन्धित बिमारीयो का खतरा कम करता है।
3)वजन घटाना :- यदि कोई वजन कम करने का प्रयास कर रहा है। ग्रीन टी इस में आपकी मदत कर सकती है। ग्रीन टी में मौजूद कुछ महत्वे पूर्ण तत्व उबलने के कारन बॉडी में मेटाबोलिज्म तेजी से बढ़ता है जिस कारन वजन तेजी से घटने लगता है।
4)कैंसर से लड़ने की क्षमता:- ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेट और गैलेटीक एसिड कैंसर से जंग लड़ने में मदत करते है। गैलेटीक एसिड बढ़ते कैंसर को रोकने में मदत करता है जो अपने आप में बड़ी बात है।
5)शांतिदायक प्रभाव :- ग्रीन टी में मौजूद एमिनो एसिड ,एल -थियानींन जैसे तत्व शांतिदायक प्रभाव देते है साथ ही मन और दिमाग को स्थिर और शांत बनते है। इसीलिये ग्रीन टी का सेवन मानसिक स्तिस्ती और तनाव को कम करने में मदत करता है।
6)पेट का स्वास्थ :-ग्रीन टी में पाए जाने वाले गोस्टो - प्रोटेक्टिव गुण पाचन तंत्र की सुरक्षा करते है। साथ ही पेट के स्वास्थ को सुधरने में मदत करते है। पेट की समस्या जैसे अपचन , गैस , एसिडिटी को कम कर सकते है।
7)प्राकृतिक गुण :- ग्रीन टी सम्पूर्ण प्राकृतिक पदार्थ है जिसमे न कोई केमिकल न ही कोई आर्टिफीसियल सामग्री मिलाई जाती यही गुण ग्रीन टी को पूर्णतह स्वास्थवर्धक बनता है।
TYPES OF GREEN TEE
ग्रीन टी के प्रकार
ग्रीन टी के अलग अलग प्रकार की जानकारी सेहत और चाय प्रेमी दोनो के लिए महत्वपूर्ण है। यह स्वाद और विशेषताओं के आधार पर अलग अलग प्रकार में बटी हुई है।
3) ग्योकुरो चाय:- ग्योकुरो चाय ग्रीन टी का प्रमुख प्रकार है यह भी जापान में ज्यादा मात्रा में पसंद किये जाने वाली चाय है पर इसका सेवन अब लगभग पूरी दुनिया में किया जाने लगा है इसे काफी जगहों पर''अमृत का जल'' नाम से जाना जाता है। ग्योकुरो चाय गहरे हरे रंग और मिठास के साथ परोसी जाती है। इसे धुल पत्ती से बनाया जाता है इसे अच्छे से उबाल कर तैयार किया जाता है इस चाय में विटामिन सी की उच्च मात्रा स्वास्थ के लिए लाभकरी है।
4)जास्मीन चाय :- जास्मीन चाय एक सुगंधी ग्रीन टी है जिसमे जास्मीन के फूलो का स्वाद या फ्लेवर शामिल होता है। इसका इस्तेमाल अन्य चाय में मिश्रित कर के चाय का सुगंधित ब्लेंड बनाने के लिए किया जाता है। जस्मीन चाय को एक सुगंधित और आनंदी अनुभव प्रदान करने के लिए पसंद किया जाता है।
GREEN TEA RECIPES
ग्रीन टी की रेसेपी
1)क्लासिक ग्रीन टी :- पहले पानी को उबाल ले और उबलते हुवे पानी में 1 चम्मच ग्रीन टी डाले। इसे और 2 या 3 मिनट धिमी आंच पर पकने दे इसके बाद हम इसका सेवन चाहे तो गुड या शक्कर के साथ कर सकते है
2) इलायची वाली ग्रीन टी:- इसे बिलकुल अपनी नॉर्मल चाय की तरह बनाया जाता है। उबलते हुवे पानी शक्कर ,ग्रीन टी पाउडर ,दूध ,और इलायची डालकर सबको अच्छे से मिलाये और अछे से पकने दे। इसे छान कर गरमागरम पी सकते है ये चाय इलायची के स्वाद के साथ ताजगी का एहसास करायगी
3)ग्योकुरो चाय :-ग्योकुरो चाय ग्रीन टी का प्रमुख प्रकार है यह भी जापान में ज्यादा मात्रा में पसंद की जाने वाली चाय है। पर अब इसका सेवन लगभग पूरी दुनिया में किया जाने लगा है इसे काफी जगहों पर ''अमृत का जल'' नाम से जाना जाता है ग्योकुरो चाय गहरे हरे रंग और मिठास के साथ परोसी जाती है। इसे धुल पत्ती से बनाया जाता है। इसे अच्छे से उबाल कर तैयार किया जाता है। इस चाय में विटामिन सी की उच्च मात्रा स्वस्थ के लिए लाभकारी है
4) ग्रीन टी फ़्राप्पे :- ग्रीन टी के इस्तेमाल से बन ने वाली अलग ड्रिंक है इसे बनाने के लिए एक बर्तन में ग्रीन टी पाउडर ,दूध , चीनी ,और कुछ बर्फ के टुकड़े मिलाए इस मिक्सचर को मिक्सर या ब्लेंडर में अच्छे से पिसे और इसे थोड़ा सजाकर फ्रैपे के जैसे सर्व करे ।
RIGHT TIME TO DRINK GREEN TEE
ग्रीन टी पिने का सही समय
ग्रीन टी पिने का सबसे अच्छा समय सुबह और दोपहर के बाद है
1)ग्रीन टी का सेवन खाली पेट सुबह करने से सुबह की भूक शांत की जा सकती है साथ ही हमें ताजगी का एहसास होता है और वजन नियंत्रण करने में मदत मिलती है। ग्रीन टी हमारे शरीर में मेटाब्लिस्म बढ़ाती है और एक अच्छी दिन की शुरुआत दिलाती है
2) ग्रीन टी का सेवन दोपहर के बाद करने से ग्रीन टी हमें उचीत और जरूरी ऊर्जा प्रदान करती हैं और बचे हुवे दिन में ताजगी दिलाती है।
THE RIGHT WAY TO DRINK GREEN TEE
ग्रीन टी पिने का सही तरीका
ग्रीन टी पाउडर का एक चम्मच उबलते हुवे पानी में डाले। इस मिक्सचर को ३ से ४ मिनट के लिए धीमी आंच पर पकने दे। बस इतना करते ही ग्रीन टी रेडी हो जायगी इसे हम चिनी गुड़ या शाहेद के साथ ले सकते है। हम ग्रीन टी विभिन्न तरीको से बना कर पी सकते है पर ज्यादातर रेसिपी में उबले पानी में ग्रीन टी पाउडर डाल कर पकाय जाता है इसी के साथ चाए में आयुर्वेदीक जड़ीबूटी जोड़ कर चाय के मासाले बना सकते है जैसे अदरक तुलसी ,अंजीर , निम्बू ,इलायची ,सौफ जो ग्रीन टी के स्वाद और सेहत के फायदे में चार चाँद लगा देंगे
सावधानिया:-ग्रीन टी का सेवन अधिक मात्रा में न करे इसमें ठीक ठाक मात्रा में कैफीन होती है जिसका अधिक सेवन सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
DISADVANTAGE OF GREEN TEE
ग्रीन टी से होने वाले नुकसान
1) अगर हम दींन में 2 या 3 कप से ज्यादा ग्रीन टी का सेवन करते है तो सरदर्द की समस्या हो सकती है साथ ही ग्रीन टी में पाए जाने वाला कैफीन माइग्रेन की बीमारी का कारन बन सकता है।
2 )ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन नींद पर असर डालता है। ज्यादा ग्रीन टी के सेवन से शरीर में पाए जाने वाले मेलोटोनिक हार्मोन के संतुलन को बिघाड सकती है। जिस से नींद की कमी की समस्या सकती है।
3)ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करने से पेट से जुडी समस्या का सामना करना पड सकता है। ये डायजेस्ट सिस्टम को बिघाड सकता है। जिस कारन अपचन , पेट दर्द , पेट में मरोड़ जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
4) ग्रीन टी के अधिक मात्रा में सेवन करने से ब्लड प्रेसर कम होने की समस्या हो सकती है।
5)बहुत ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करने से हमें उल्टी ,मतली जैसी समस्या हो सकती है क्यों की ग्रीन टी में टैनिक की काफी ज्यादा मात्रा होती है जो उल्टी का कारन बन सकती है
वैसे ग्रीन टी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। लेकिन बशर्ते हम ग्रीन टी का सेवन सही मात्रा और सही तरीके से कर रहे हो तो। यदि हम ग्रीन टी के सेवन में गलती कर रहे है। तो इससे होने वाले नुकसान का सामना करना पड सकता है इसीलिए अगर हम ग्रीन टी का सेवन हेल्दी रहने के लिए कर रहे है तो तो हमें ग्रीन टी का सेवन सही मात्रा में करने की आवश्यकता है। यदि हम ग्रीन टी को अपने डाइट में शामिल करना चाहते है तो एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर ले
Thank you for reading
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